On this Independence Day, I look back at my 2 years in India. Teaching entrepreneurship in a remote village showed me—true freedom isn’t about villages turning into cities, it’s about children turning into humans with dreams
Read more Reflections on Independence Day: Villages, Humanity, and Entrepreneurship
में कोई कवि नहीं और शायर तो बिलकुल भी नहीं हूँ। जबसे सोचना शुरू किया तबसे मन में सवाल बहुत उबलते थे लेकिन उनके जवाब नहीं मिल पाते थे।
बस जीवन में जब से जवाब मिलने शुरू हुए तब से उनको लिखना शुरू कर दिया। समय, स्थान और सीमा का ध्यान नहीं रखा।
वही पेश कर रहा हूँ इस किताब में।
Read more आभास “हर वो एहसास जो अब भी ज़िंदा है”
वो जो एक घर हुआ करता था । कहने को विदेश में था लेकिन विशेष था जब ख़रीदा था बड़ा महँगा लगता था जब उसमें रहने लगे तो बस अपना लगता था। घुसते ही ऐसे बाहों में भरता था जैसे माँ ने गले से लगा लिया हो। उसके चारों कोनों में, अलग अलग कुछ यादे…
Read more वो जो एक घर हुआ करता था ।
Diwali is known as the “Festival of Lights” and is a Hindu holiday widely celebrated in India and across the Hindu diaspora. Wishing you a Happy #Deepavali
Read more अपनी अपनी दिवाली!
आज में फिर अपने देश हो आया हुँ।।कोरोना काल में भी अपनी मिट्टी से ख़ुशबू ले आया हुँ।।ना जाने इस मिट्टी में कितने दिन खेले थे।हर दिन का आज में हिसाब कर आया हुँआज में फिर अपने देश हो आया हुँ।। उस ने कहा मत जाओ।। कुछ ने कहा रुक जाओ।अभी कोरोना का ख़तरा टला…
Read more आज मे फिर अपने देश हो आया हुँ!
Hindi Poem Yeh Darıya by Kunal Jain.
यह दरिया मेरा दोस्त है ,
मुझसे रोज़ रोज़ बात करता है।
में जब कभी अंदर से दहलता हूँ
तो यह मुझे शांत करता है।
Read more यह दरिया मेरा दोस्त है।
My Mother’s Day poem in Hindi dedicated to my mother !
Read more माँ तु बहुत याद आयी आज !